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Friday, 11 December 2020

तनाव दूर करने के सरल उपाय


    'तनाव दूर करने के सरल उपाय.

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आज कल की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में हम अपने काम में इतना खो गए है कि अपने जीवन में सफलता पाने के लिए अधिकतर लोग तनाव में आ जाते है। लोगों के पास आज के समय में सब कुछ होने के बावजूद वे कई तरह की टेन्शन पाल लेते है।जब हम पैदा होते है तो हम एकदम स्वस्थ होते है। जैसे-जैसे हम बड़े होते जाते है। जैसा माहौल हमें स्कूल में, परिवार में और समाज में मिलता है। उसमें हम अपने अनुभव के द्वारा अपनी एक सोच बना लेते है।


हम सब जीवन में काम करते है। चाहे कोई स्टूडेंट हो, नौकरिपेशा या कोई Business हो। हम सभी hardwork करते है। किसके लिए ? ताकि हम ख़ुश रह सके। पर हम अपने काम को भूलकर उसमें ना होने वाली बातों को लेकर चिंतित हो जाते है और अक्सर परेशान रहने लग जाते है इसी से तनाव उत्पन्न होता है।


तनाव का क्या मतलब है...✍️


तनाव को सरल भाषा में समझा जाए तो जब हम किसी भी विषय के बारे में ज़्यादा देर तक सोचते है। उस विषय को अलग-अलग रूप से नकरात्मक रूप से विचार करते है। जिस कारण हमारे शरीर में शारीरिक व भावनात्मक प्रतिकिया होती है। इससे हमारे मस्तिक को आराम नहीं मिल पाता। मस्तिक का कार्य निरंतर बढ़ जाता है और वह न चाहते हुए भी उसपर हर समय कार्य करता है। इससे हमारी शारीरिक कार्यप्रणाली गम्भीर रूप से प्रभावित होती है जिससे आगे चल कर drpression की स्थिति आ जाती है।


तनाव के कुछ मुख्य लक्षण...✍️


1. मन का उदास रहना 

2. थकान महसूस  करना

3. वज़न घटना

4. ब्लड प्रेशर का अधिक बढ़ना

5. नींद का न आना


हमें जानना चाहिए की तनाव होने के कारण क्या होते है जिसे हम जानकर सजग हो जाए और तनाव उत्पन्न होने से पहले ही इसकी रोकथाम हो सके।


'तनावहोने के मुख्य कारण...✍️


1. परीक्षा में असफल हो जाना।


2. काफ़ी Interview के बाद भी नौकरी ना मिलना।


3. अपने जीवन से संतुष्ट ना होना।


4. पैसों की तंगी या क़र्ज़ का होना।


5. भविष्य की चिंता होना।


6. किसी नज़दीकी की मृत्यु हो जाना।


7. किसी गंभीर बीमारी का होना।


8.  वैवाहिक जीवन में परेशान होना।


9. परिवार में समस्याए होना।


10. आपसी रिश्तों में मतभेद होना।


इन परिस्थियो में हमें समझना होगा कि तनाव आगे चलकर एक गंभीर बीमारी का रूप ले सकता है। आज के समय में मानसिक रोग तेज़ी से बढ़ते जा रहे है। इसलिए इसके प्रति सजग रहे।


अब बात करते है कुछ उपायों की जिसके ज़रिए इसका प्रभाव कम कर सकते है।


'तनाव कम करने के उपाय...


1. रोज़ाना ध्यान करे — सुबह जल्दी उठकर ध्यान लगने का अभ्यास करे। प्रतिदिन कुछ मिनट ध्यान से मन को शांति मिलती है। इससे मानसिक भावनात्मक राहत महसूस होगी। ध्यान करने से व्यक्ति अलग दुनिया का अनुभव करता है वह वहाँ पर पहुँच कर और वापिस आकर वह दुनिया को काफ़ी सुंदर महसूस करने लगता है। जब हम ध्यान में होते है तब हमारी कमज़ोरियाँ धीरे-धीरे नष्ट होकर हमारे अंदर से मज़बूती का एहसास होता है। ध्यान करने से हमें एक सुकून मिलता है जो जीवन को ख़ुशनुमा बना देता है। 


2. बुरी आदतों को छोड़ दे :- मनुष्य का जीवन बुरी आदतों से नर्क बन जाता है। जिसे आज हम नया lifestyle समझते है। जैसे कि धूम्रपान, शराब पीना, तम्बाकू इत्यादि जो हमारे शरीर और हमारी मानसिक स्थिति को भी काफ़ी प्रभावित करता है।


अधिकतर लोग यह ग़लती करते है कि वह तनाव के समय नशे का सहारा लेते है। जबकि नशे के सेवन से हमारी सोचने की क्षमता घटती है। उसका नेगेटिव इफ़ेक्ट पड़ने लगता है।


3.  सुबह जल्दी उठे :- आराम हर कोई करना चाहता है परंतु देर से उठना कई परेशनियो की जड़ है। जिस दिन भी आप लेट  उठेंगे उस दिन महसूस करेंगे कि आपको अपने काम पूरे करने में काफ़ी मेहनत करनी पड़ती है।


जल्दी उठने की आदत डाले ये आपको कई फ़ायदे देगा और साथ में आपको तनाव से भी दूर रखेगा। सुबह जल्दी उठकर कुछ समय व्यायाम करे। व्यायाम के समय और बाद में हमारी माँसपेशियाँ की  Excersice हो जाती है। शारीरिक व्यायाम से हमारे शारीरिक और मानसिक कई फ़ायदे पहुँचते है और हमारा मूड भी अच्छा रहने लगता है।


4. संतुलित आहार ले :- तनाव आने पर सबसे बुरा प्रभाव हमारे खान पान पर पड़ने लगता है। हमेशा खाने में पौष्टिक आहार ले।पोटाशिम का स्तर गिरने लगता है। इसे फिर से संतुलित करने के लिए हमें पोटाशिम युक्त पदार्थों की ज़रूरत होती है।


दूध और केला इसके अच्छे स्त्रोत माने जाते है आप अपने भोजन में प्रोटीन, फल, सब्ज़ियों का भरपूर इस्तेमाल करे। चाय और काफ़ी का उपयोग कम ही करे।


 5. सकरात्मक सोच को अपनाए :- जीवन में कैसी भी परिस्थियाँ आए। हमेशा अपनी सोच को सकरात्मक बना कर रखे। अगर आपकी सोच नकरात्मक होगी तो आप किसी भी समस्या का समाधान नहीं कर पाएँगे। अपने समय को निर्धारित करे। अपने कार्यों की सूची बनाकर एक समय निर्धारियत करे। सबसे पहले अपने ज़रूरी कामों को निपटा ले ताकि आपके अंदर सकरात्मक दृष्टिकोण पैदा हो सके।


6. स्वयं के लिए समय निकले :- अक्सर देखा जाता है कि जो काम हम रेग्युलर करते है वह काम करते करते एक्सरता आ जाती है। इस एक्सरता को तोड़ना भी ज़रूरी है। समय–समय तमाम व्यवसताओ के बीच अपने लिए समय निकलना ज़रूरी है। कभी कभार बचने वाले थोड़े-थोड़े समय को स्वयं को देने में या पसंदीदा काम करने में लगाए। समय मिले तो अपने संबंधियो और रिश्तेदारों से मिले। ख़ुशी के पल को चार संबंधियो के साथ बाटने से वो चार गुना ओर बढ़ जाते है। जबकि दुःख को चार संबंधियो के साथ बाटने से वो कम हो जाता है। हमारा जीवन संबंधियो और रिश्तेदारों का साथ मिलने से और बेहतर बन जाता है।


7. ख़ाली समय का सदुपयोग :- ख़ाली समय में अक्सर हम बेकार की बातों  में व्यस्थ हो जाते है। इस से बेहतर है कि अपनी Hobbies  में समय व्यतीत किया जाए। जो भी आपकी Hobby हो जैसे कि क्रिकेट खेलना, डान्सिंग, पेंटिंग, सिंगिंग, या और कुछ।  उसमें समय बिताए। ऐसा करके आप अपने अंदर ख़ुशी का एहसास करेंगे। समय पर सोना भी अति आवश्यक है। गहरी नीद तनाव दूर करने का सबसे उपयुक्त तरीक़ा है।


टेन्शन के समय आप अपना फ़ेवरेट म्यूज़िक सुने। संगीत हमें शांत करता है हमें बोरियत से बाहर करता है। आप अपने मूड के हिसाब से गाने सुन सकते है। संगीत में बहुत शक्ति होती होती है। लेकिन याद रखे एक समय पर एक काम ही करे ऐसा करके आप उस समय को पूरी तरह Enjoy कर सकेंगे।


8. व्यर्थ बातों से दूर रहे :- अधिकांश लोग तनाव में इसलिए रहते है क्योंकि वह अपनी तुलना दूसरों से करते है। जिसमें उनके दोस्त रिश्तेदार या सहकर्मी होते है ऐसा करना कभी भी ठीक नहीं क्योंकि हर व्यक्ति की परिस्थिति अलग अलग होती है। आप उन बातों को बिलकुल भी समय न दे। जिनका आपके जीवन से ज़्यादा मतलब नहीं होता।


झूठ बोलने का हमारे तनाव से बहुत गहरा संबंध होता है। जब हम किसी व्यक्ति से झूठ बोलते है तो हम बहुत बड़ा गुनाह करते है। इसकी सज़ा हमारे शरीर की अदालत यानी हमारी आत्मा देती है। जो सबकुछ जानती है। अगर आप किसी व्यक्ति से झूठ बोलते है। तो यह हमारे तनाव का कारण बन सकता है। कई लोग अपने दोस्तों या संबंधियो से कई बार अनावशक रूप से “हाँ” बोल देते है। यानी किसी कार्य को करने के लिए उनका काम भी अपने ऊपर ले लेते है। जो उचित नहीं है। पहले ख़ुद को प्राथमिकता दे उसके बाद दूसरों को। दूसरों की मदद करना एक उच्च कोटी का गुण है। जो आपको बहुत ख़ास बना देता है। लेकिन यदि आप किसी चीज़ को बेहतर ढंग से नहीं कर पाते तो ज़बरदस्ती करने के लिए कभी तैयार मत रहो। ख़ुद के लिए कुछ चीज़ों को “नहीं” कहने से आप तनाव से बच जाएँगे।


9.  नई आदतों का निर्माण :- इन सभी उपायों को अपनाने के बाद ज़रूरी है। आप नई और अच्छी आदतों का निर्माण करे। तनाव के समय किताबें हमें तनाव मुक्त रख सकती है। आप ऐसी किताबें पढ़ सकते है जो आपको नई शिक्षा देती हो। जीवन में आगे बढ़ने की सीख देती हो। आप महान व्यक्तियों की जीवनी पढ़ सकते है इसके अलावा आप Motivational और Inspirational क्वोट्स या स्टोरी को पढ़ सकते है। इससे मोटिवेशन लेवल बढ़ जाएगा। कभी-कभार सामाजिक कार्यों का हिस्सा बने। ग़रीबों या असहाय लोगों की मदद करे। यदि आप धन के द्वारा सहायता नहीं कर सकते तो अपने कार्यों के द्वारा उनकी सहायता करे। ऐसी निस्वार्थ सेवा से आप में नई शक्ति का विकास होगा।


दोस्तों हमें आशा है इस जानकारी को अपनाकर आप तनाव को अच्छी तरह समझ पाए होंगे आप अपने सुझाव हमें कॉमेंट बॉक्स में ज़रूर बताए।

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